मध्य प्रदेशः दूसरा व्यापमं बना हनीट्रैप कांड, पूर्व की सरकार में ठेके के लिए जमकर हुआ महिलाओं का इस्तेमाल

मध्य प्रदेश में इंदौर की पुलिस ने एक सप्ताह पहले दो महिलाओं और उनके वाहन चालक को गिरफ्तार किया था। ये महिलाएं नगर निगम के इंजीनियर हरभजन सिंह का वीडियो बनाने के बाद उसे ब्लैकमेल कर उससे तीन करोड़ रुपये की मांग कर रही थीं। मांगी गई रकम की पहली किश्त के तौर पर 50 लाख रुपये वे लेने आईं तो पकड़ी गईं। बीते सात दिनों में इस कांड से जुड़ी जो तस्वीर सामने आ रही है, वह चौंकाने वाली है। साथ ही इस बात का अहसास करा रही है कि राज्य में बीते कई वर्षो में करोड़ों के ठेके उन लोगों के हाथ लग गए, जिन्होंने महिलाओं का भरपूर इस्तेमाल किया।


इस मामले की जांच अब एसआईटी (विशेष जांच टीम) को सौंप दी गई है। इसके साथ ही विपक्षी दल बीजेपी के कई नेताओं के नाम इस हनीट्रैप सेक्स कांड से जुड़ने लगे हैं। हालांकि, अभी तक किसी भी नेता पर पुलिस ने तो उंगली नहीं उठाई है, मगर गलियारों में चर्चा यही है कि हनीट्रैप सेक्स कांड की साजिशकर्ता महिलाओं से नेताओं के रिश्ते रहे हैं।


व्यापमं घोटाले पर गौर करें तो एक बात साफ होती है कि इस मामले में प्रशासनिक अधिकारियों और कई नेताओं को जेल जाना पड़ा है। यह अंतर्राज्यीय घोटाला साबित हुआ। इस मामले की एसटीएफ, एसआईटी के बाद अब सीबीआई जांच कर रही है। इस मामले से जुड़े लगभग 50 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें एक न्यूज चैनल के संवाददाता अक्षय सिंह का भी नाम शामिल है। इस घोटाले में 1,450 छात्रों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किए गए और कई परिजनों को भी आरोपी बनाया गया। लगभग 3000 लोगों को आरोपी बनाया गया, जिनमें से बड़ी संख्या में लोगों को जेल जाना पड़ा।

अब हनीट्रैप सेक्स कांड की कहानी व्यापमं की तरह राज्य की सीमाओं को लांघकर दूसरे राज्यों की ओर बढ़ रही है। महाराष्ट्र और अन्य राज्यों से तार जुड़ने लगे हैं। नौकरशाहों और सफेदपोशों के बीच इस गिरोह की महिलाओं की घुसपैठ की बात सामने आने लगी है। कुछ दिन पहले एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी का वीडियो वायरल हो ही चुका है। वहीं पुलिस के हाथ कई वीडियो और ऑडियो क्लिपिंग भी लगी हैं, जो अफसरों और नेताओं के इनके जाल में फंसने की ओर इशारा कर रहे हैं।