कंपनी ने पिग फार्मिंग में पैसा लगाने के बदले मोटे फायदे का लालच देकर दिल्ली, यूपी, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान सहित कई राज्यों के लोगों को फंसाया। पहले 10 हजार रुपये के इंवेस्टमेंट से शुरुआत कराई गई। 6 महीने बाद लोगों को 10 के बदले 15 हजार रुपये लौटा दिए गए। जिससे लोगों को कंपनी पर भरोसा हो जाए। इसके बाद कंपनी में लोगों ने अपनी सारी जमा-पूंजी लगा दी। ये कंपनी नवंबर 2017 में शुरु हुई थी, जिसे एक दर्जन लोग मिलकर चलाते थे। ये लोग मुनाफे के पैसे को भी वापस कंपनी में लगवा देते थे।
चक्रव्यूह में फंसे हजारों लोग
कंपनी ने एक ऐसा चक्रव्यूह तैयार किया, जिसमें हजारों लोग असानी से फंस गए। इन लोगों का 300 करोड़ से भी अधिक पैसा डूबते हुए नजर आ रहा है। इस कंपनी पर आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने सोमवार को मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु कर दी है।
इस मामले में संगम विहार के रहने वाले अभिषेक सिंह ने बताया कि, पंजाब के फिरोजपुर की एक कंपनी का दावा था कि, वो पिग फार्मिंग के बिजनेस में है। जिसमें इंवेस्ट करके ज्यादा फायदा कमाया जा सकता है। कंपनी चलाने वाले 12 लोगों ने निवेशकों को बड़े-बड़े फार्म का दौरा कराया था, जहां पर भारी संख्या में सुअर थे। वहां पर उन सुअरों के पालन का काम चल रहा था।
150 फीसदी मुनाफा देने का किया था वादा
आरोपियों ने ये दावा किया था कि, कंपनी 6 महीने में निवेशकों को भारी फायदा दिया जायेगा और शुरुआत 10 हजार से लेकर साढे तीन लाख तक से की जा सकती है। मतलब अगर कोई व्यक्ति 10 हजार रुपये का इंवेस्टमेंट करता था तो, उसे 6 महीने में 15 हजार रुपये वापस मिल जाते थे और वहीं अगर साढ़े तीन लाख रुपये इंवेस्ट करता है तो 35 हजार रुपये इनाम दिया जाता था।